टोक्यों ओलम्पिक की तैयारी कर रहें खिलाडियों के लिए खेल मंत्रालय ने NIS पटियाला और ग्वालियर में खान-पान को लेकर बनाएं नए नियम

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (NIS) ने टोक्यो ओलंपिक 2020 की तैयारी कर रहे एथलीटों की अच्छी देखभाल करने के लिए अपने कामकाज में कुछ गंभीर बदलाव किए हैं।

नई दिल्ली: इस साल टोक्यो ओलम्पिक है। सभी खिलाड़ी अपनी तैयारी को पुख्ता कर रहें हैं। भारत इस साल टोक्यों ओलम्पिक में अपने पदकों की संख्या को बढ़ाना चाहेगा। इसके लिये खेल मंत्रालय ने कमर भी कस ली है। इस बार भारत कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। 

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (NIS) ने टोक्यो ओलंपिक 2020 की तैयारी कर रहे एथलीटों की अच्छी देखभाल करने के लिए अपने कामकाज में कुछ गंभीर बदलाव किए हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (NIS) प्रशासन ने यह बदलाव खिलाडियों के खानपान और सेहत को लेकर किया है।  

विशेषज्ञों के देखरेख में बन रहा है खाना 

अब कैंपस में ओलंपिक की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों का खाना रसोइये और पोषण विशेषज्ञ की देखरेख में आहार तैयार किया जा रहा है। पहले NIS के रसोइया को सामान्य तरीके से बनाते थे।

खेल मंत्री के कहने पर हुआ यह बदलाव 

Kiren Rijiju

ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह सब नियम और बदलाव  केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू की सलाह के बाद किए गए हैं। किरेन रिजिजू अभी हाल ही में संपन्न हुए 'खेलो इंडिया' में नए खिलाडियों को प्रोत्साहित करते हुए नज़र आये थे। 

यह जानकारी दी गई है कि अब से खिलाड़ियों को मेस (खाना खाने का स्थान) में ही ताजा जूस मिलेगा। इसके अतिरिक्त, यह भी कहा गया है कि किसी भी खिलाड़ी के लिए भोजन करने का कोई वक़्त तय नहीं रहेगा, खिलाड़ी जब चाहे खाना खा सकेंगे। खिलाड़ियों को उनके खेल और शरीर के अनुसार आहार लेने की अनुमति होगी।

NIS ने खिलाड़ियों को भोजन बर्बाद न करने की सलाह भी दी है। इसके अलावा NIS को आदेश दिया गया है कि मेस में चार्ट पर लिखा जाए कि खिलाडियों को कौन सा भोजन पसंद है और कौन सा भोजन उनके लिए फायदेमंद है। मेस में साफ-सफाई का भी ध्यान रखा जा रहा है।

NIS पटियाला के कार्यकारी निदेशक कर्नल राज सिंह बिश्नोई ने कहा कि ओलंपिक की तैयारियों के लिए खिलाड़ी NIS में अभ्यास कर रहे हैं। इसलिए उनके खानपान में परिवर्तन करने के साथ, दो रसोइये और दो भोजन विशेषज्ञ नियुक्त किए गए हैं। उनकी देखरेख में एक बेहतर आहार तैयार किया जा रहा है और खिलाड़ियों को दिया जा रहा है।

कहाँ है NIS?

देश में केवल दो ऐसे संस्थान हैं- एक पटियाला में और दूसरा ग्वालियर में। एनआईएस में दो मेस हैं। एक मेस शिविर में अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों के लिए है।

जबकि दूसरे में संस्थान में पढ़ने वाले छात्रों के लिए भोजन तैयार किया जाता है। मिल्खा सिंह हॉस्टल से सटे मेस में लगभग 200 से 250 खिलाड़ियों के लिए खाना बनाया जाता है।

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इन्ही मेस में पहले केवल NIS  कर्मचारी भोजन तैयार करते थे। हालाँकि, अब एक शेफ, असिस्टेंट शेफ, न्यूट्रिशनिस्ट, असिस्टेंट न्यूट्रिशनिस्ट के साथ-साथ NIS अधिकारी की देखरेख में खिलाड़ियों का दैनिक भोजन तैयार किया जा रहा है, ताकि खिलाड़ी ओलंपिक के लिए अच्छी तैयारी कर सकें। सब कुछ नियंत्रण में रखने के लिए रसोइये और पोषण विशेषज्ञ ने कुछ नए उपकरणों की भी मांग की है।