कोई है पुलिस कांसटेबल तो कोई है पीटी टीचर, दिलचस्प है लॉन बाउल्स में स्वर्ण पदक जिताने वाली महिलाओं की कहानी

कोई है पुलिस कांसटेबल तो कोई है पीटी टीचर, दिलचस्प है लॉन बाउल्स में स्वर्ण पदक जिताने वाली महिलाओं की कहानी |

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत ने एक ऐसे खेल में गोल्ड मैडल जीता है जिस खेल के बारे में शायद ही बहुत कम लोग जानते होंगे। इस खेल में भारतीय महिलाओं ने गोल्ड मैडल जीता है और यह खेल है लॉन बाउल्स। भारत की ओर से 4 मध्यम उम्र की महिलाओं ने पदक जीतकर इस समय भारत में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। आइये लॉन बाउल्स में भारत को स्वर्ण पदक जिताने वाली महिलाओं के बारे में जानते हैं। 

भारतीय खेल इतिहास में रचा गया इतिहास 

कॉमनवेल्थ गेम्स (सीडब्ल्यूजी) 2022 भारत के लिए काफी अच्छा साबित हुआ है। भारत की ओर से लॉन बाउल्स में महिला टीम ने मंगलवार (2 अगस्त) को खेलों के इतिहास में अपना पहला पदक जीता, जीता भी तो इस खेल में स्वर्ण पदक जीता। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक दिलचस्प फाइनल में टीम इंडिया ने उन्हें 17-10 से हराकर स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। 

4 महिलाएं जिन्होंने लॉन बाउल्स में भारत को दिलाया पहला पदक 

भारत की 4 महिलाओं की टीम ने लॉन बाउल्स में एक दिलचस्प मुकाबलें में पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीत चुकी साउथ अफ्रीका को हराकार स्वर्ण पदक जीता।  इन खिलाड़ियों में भारत की तरफ से लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी तिर्की ने गोल्ड मैडल जीतकर भारत को गौरवान्वित किया। 

आइये जानते हैं कि ये 4 अंजान महिलाएं असल में कौन सा काम करती है?

 

  • रूपा रानी तिर्की

34 वर्षीय रूपा रानी तिर्की झारखंड के रांची की रहने वाली हैं। वह वर्तमान में जिला खेल अधिकारी के रूप में झारखंड राज्य सरकार के खेल विभाग में नौकरी कर रही हैं। वह 2010, 2014 और 2019 में राष्ट्रमंडल खेलों में भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। वह 2010 में 4 वें और 2018 में 5 वें स्थान पर रही थी।

उसने एशिया पैसिफिक बाउल्स चैंपियनशिप 2009 में क्रमशः महिला ट्रिपल और फोर में भारत के लिए स्वर्ण पदक और कांस्य पदक जीता। उन्होंने एशिया पैसिफिक बाउल्स चैंपियनशिप 2019, गोल्ड कोस्ट के दौरान महिला ट्रिपल्स इवेंट में कांस्य पदक भी जीता था।

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  • पिंकी 

42 वर्षीय लॉन बाउल्स खिलाड़ी पिंकी दिल्ली की रहने वाली हैं। पिंकी कमला नेहरू कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद SAI पटियाला से अपना स्पोर्ट्स डिप्लोमा पूरा करने से पहले दिल्ली विश्वविद्यालय से खेल की डिग्री हासिल की। वह दिल्ली पब्लिक स्कूल आरके पुरम में एक पीटी टीचर के रूप में काम करती हैं। यहीं पर रहकर उन्होंने लॉन बाउल्स खेल के बारे में जाना। 

उन्होंने 2007 में अपने पहले लॉन बाउल नेशनल में भाग लिया और नई दिल्ली 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान वह इस खेल में चौथे स्थान पर रहीं। उन्होंने 2017 में एशिया चैंपियनशिप में महिलाओं के ट्रिपल लॉन बाउल इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने CWG 2014 और 2018 में भी भाग लिया था।

 

लवली चौधरी 

लवली चौधरी 42 वर्षीय लॉन बाउल्स खिलाड़ी हैं। वह झारखंड राज्य के रांची की रहने वाली हैं। लवली के पिता  कोल इंडिया के पूर्व कर्मचारी रह चुके हैं, जबकि उनकी मां एक गृहिणी हैं। वह वर्तमान में झारखंड राज्य सरकार के पुलिस विभाग में काम करती हैं। वह झारखंड में एक पुलिस कांसटेबल हैं। 2008 में लॉन बाउल्स नेशनल में वह स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। 


इससे पहले वह  2014 में राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा ले चुकी थी और गोल्डकोस्ट 2018 सीडब्ल्यूजी के दौरान वह 5 वें स्थान पर रही थी। हालांकि 2022 में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का वह हिस्सा हैं। 

नयनमोनी सैका

नयनमोनी सैका भारत की 33 वर्षीय लॉन बाउल खिलाड़ी हैं। इनका जन्म 21 सितंबर, 1988 को असम के गोलाघाट में हुआ था। सैका के पिता एक किसान हैं, जबकि उनकी माँ एक गृहिणी हैं। सैका को कम उम्र से ही खेलों का शौक रहा है और उन्होंने 2008 में एक भारोत्तोलक के रूप में अपना करियर शुरू किया था।

Nayanmoni Saika Lown Bowls


पैर की चोट के कारण उन्हें भारत्तोलक में सफलता नहीं मिली। इसके बाद सैका ने ने लॉन बाउल खेलना शुरू किया जो आगे चलकर उनका जुनून बन गया। वह 2011 से असम वन विभाग में कार्यरत हैं और पहले भी कई पदक जीत चुकी हैं। उसने विशेष रूप से 12वीं एशियाई चैम्पियनशिप 2017, दिल्ली में महिला ट्रिपल्स स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है।