टीम इंडिया के लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर भारत के महानतम बल्लेबाज़ों में से एक हैं। वह अपनी पीढ़ी के एक प्रतिभाशाली और निडर क्रिकेटर थे, उन्हें 'सनी' के नाम से जाना जाता है। गावस्कर के जन्म के समय एक बहुत ही चौकाने वाली घटना घटी थी। आइये जानते हैं कि क्या थी वह घटना-
दरअसल सुनील गावस्कर एक मछुआरे के बच्चे के साथ बदल गए थे। यह उनके साथ घटी एक सच्ची घटना है! इस घटना का जिक्र सुनील गावस्कर ने अपनी आत्मकथा में किया है।
सुनील गावस्कर को आज हम एक बड़े क्रिकेटर के रूप में जानते हैं, अगर क्या होता कि मछुआरे के बच्चे के रूप में पलते तो क्या भारत उनके जैसा महान क्रिकेटर देख पाता? यह तो सर्वज्ञात है जन्म के समय सभी बच्चें एक से दिखते हैं। यही कारण था कि वह मछुआरे के बच्चे के साथ बदल गए थे।
किसी को पता भी नहीं चलता अगर उनके कान के पास एक बर्थमार्क नहीं होता, बर्थमार्क की वजह से ही उन्हें पहचाना गया। अगर बर्थमार्क न होता तो भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है तो इसे रोकने में बर्थमार्क ने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
ऐसे घटित हुई घटना
सुनील गावस्कर 1949 में मुंबई में पैदा हुए थे, एक मछुआरे के नव-जन्म लेने वाले बच्चे द्वारा उनकी अदला-बदली हो गई थी। यह गावस्कर के चाचा थे जिन्होंने महसूस किया कि जो बच्चा उनके साथ था वह सनी नहीं थे। पूरे इलाके में काफी खोजबीन के बाद उनके चाचा सुनील का पता लगाने में कामयाब रहे। सुनील को एक मछुआरे की महिला पाल रही थी।
सोचिए, अगर सुनील की अदला-बदली होने पर किसी ने उसे नहीं देखा तो क्या होगा? क्या दूसरा बच्चा 10,000 रन पाता और भारत का सबसे बड़ा दिग्गज बल्लेबाज़ बन पाता।
अपनी आत्मकथा में, गावस्कर ने कहा कि अगर कोई उन्हें नहीं पहचानता, तो वह समंदर किनारे कहीं मछली पकड़ रहे होते। उन्होने अपनी आत्मकथा में लिखा, "बर्थमार्क ने मुझे मेरी नई पहचान को बनाए रखने में मदद की थी, और इस प्रक्रिया में मेरे जीवन का चार्ट बना। मैंने अक्सर सोचा है कि अगर प्रकृति ने मुझे 'बर्थमार्क' न दिया होता, जोकि मेरे बाएं कान के लोब पर वह छोटा सा छेद, और अगर नाना-काका ने इस असामान्यता पर ध्यान नहीं दिया होता। शायद, मैं एक मछुआरा बन गया होता, जो कि पश्चिमी तट पर कहीं-कहीं मेहनत करता। और, उस बच्चे के बारे में क्या, जिसकी मेरे से बदली हुई थी, पता नहीं उसकी क्रिकेट में दिलचस्पी होती कि नहीं।"
सुनील गावस्कर के बारें में कुछ रोचक तथ्य, जो आप नहीं जानते होंगे:
* गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 13 टेस्ट शतक बनाए, एक रिकॉर्ड है किसी टीम के खिलाफ़ टेस्ट में शतक लगाने का, जो आज तक बना हुआ है।
* गावस्कर एक ऐसे खिलाड़ी थे जो बल्लेबाजी करते समय स्कोरबोर्ड को नहीं देखते थे, लेकिन हमेशा जानते थे कि जब वह एक लैंडमार्क के करीब होते थे।
* गावस्कर का पसंदीदा खेल बैडमिंटन था और उन्होंने टेनिस को काफी करीब से देखा था।
* एक बार, गावस्कर, जो एक दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, ने खराब ट्रैक का विरोध करने के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बाएं हाथ से खेला और नॉट आउट रहे!
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* गावस्कर बचपन में पहलवान बनना चाहते थे और मारुति वाडर के बहुत बड़े प्रशंसक थे, लेकिन किसी तरह क्रिकेट खेलने का विकल्प चुना।
* सुनील गावस्कर ने एक मराठी फिल्म - सवली प्रेमाची में मुख्य भूमिका निभाई है।
* सुनील गावस्कर कुत्तों से डरते थे।