भारत में क्रिकेट सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला खेला है। हर क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी का सपना होता है कि वह भारतीय टीम के लिए क्रिकेट खेले। हालांकि भारत में बहुत ज्यादा कम्पटीशन होने के कारण बहुत ही कम लोगों को भारत के लिए खेलने का मौका मिल पाता है। वहीं जिसे भी भारत के लिए खेलने का मौका मिलता है तो वह 35 साल के बाद ही सन्यास लेता है।
वैसे तो विदेशों में खासकर न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका में क्रिकेटर जल्दी सन्यास लेते हैं लेकिन भारत में जिस क्रिकेटर का करियर चमका रहता है वह सन्यास तब लेता है जब उसकी उम्र 40 साल की हो जाती है। लेकिन भारत के कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे है जिन्होंने 33 साल की उम्र से ही पहले ही सन्यास ले लिए।
ये खिलाड़ी ऐसे रहे है जिन्होंने भारत के लिए अपने करियर में बढ़िया क्रिकेट खेला। आइये आज ऐसे ही कुछ खिलाडियों के बारे में जानत है जिन्होंने क्रिकेट से 35 साल से पहले ही सन्यास ले लिया।
सुरेश रैना (34 साल)
धोनी ने जब सन्यास की घोषणा की तो उसके कुछ ही घंटे बाद सुरेश रैना ने भी सन्यास लेने की घोषणा कर दी थी । लोग सुरेश रैना के इतनी जल्दी सन्यास लेने से आश्चर्यचकित थे। रैना ने 2020 में 34 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास ले लिया।
रवि शास्त्री (31 साल)
रवि शास्त्री भारतीय क्रिकेट इतिहास के महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे है। उन्होंने बहुत ही कम उम्र में संन्यास की घोषणा कर दी थी। शास्त्री ने 1981 से 1992 के दौरान भारत के लिए 80 टेस्ट और 150 एकदिवसीय मैच खेले। रवि शास्त्री बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी भी करते थे।
रवि शास्त्री का 31 साल की उम्र में सन्यास लेने का कारण यह था कि उन्हें बहुत सारी चोटे लग गयी थी। जिससे उबरने में उन्हें काफी समय लगता है इसलिए उन्होंने 31 साल की उम्र में ही सन्यास लेकर कमेंट्री करनी शुरू कर दी। शास्त्री ने 2017 से 2021 तक भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में भी काम किया।
प्रवीण कुमार (32 साल)
प्रवीण कुमार ने भारत के लिए 6 टेस्ट, 68 वनडे और 6 टी20मैच खेले है। उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2012 में खेला था।उनकी गेंदबाजी की गति में कमी आने से उनके लिए फिर से भारतीय टीम में शामिल होना मुश्किल था। इस वजह से उन्होंने 2018 में 32 साल की उम्र में संन्यास की घोषणा की।
प्रज्ञान ओझा (34 साल)
एक समय ऐसा था जब प्रज्ञान ओझा रवि आश्विन के साथ टेस्ट क्रिकेट में मुख्य गेंदबाज समझे जाते थे लेकिन बोलिंग एक्शन में गड़बड़ी आने से उन्होंने 34 साल की उम्र में 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया। ओझा ने भारत के लिए 24 टेस्ट, 6 वनडे और 8 टी20 मैच खेले हैं।
सबा करीम (33 साल)
सबा करीम ने एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में भारत के लिए सिर्फ एक टेस्ट और 34 एकदिवसीय मैच खेले और ढाका में एशिया कप के दौरान अनिल कुंबले की गेंदबाजी से उनकी आंख में चोट लग गई थी। चोट का मतलब यह हुआ कि वह भारतीय टीम में अपनी जगह गंवा बैठे और फिर कभी वापसी नहीं कर पाए।
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इस वजह से सबा करीम ने सन्न 2000 में मात्र 33 साल की उम्र में सन्यास ले लिया।