भारतीय क्रिकेट टीम के दो युवा खिलाड़ियों को उनके शानदार प्रदर्शन का इनाम मिला है। दरअसल हम बात कर रहे हैं मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज सरफराज खान और विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव ज्युरेल की। आइये इस बारें में विस्तार से जानते हैं।
सरफराज खान और ध्रुव ज्युरेल को सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट में किया गया शामिल
इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में ख़त्म हुई 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने वाले सरफराज खान और ध्रुव ज्यूरेल को 1 करोड़ रुपये की वार्षिक रिटेनरशिप फीस के साथ BCCI के सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट के के ग्रुप C में शामिल किया गया है। सोमवार 18 मार्च को हुई BCCI एपेक्स काउंसिल की बैठक में इनके नामों पर मुहर लगा दी गई।
पिछले महीने 2023/24 सीज़न के लिए वार्षिक रिटेनर्स की जब घोषणा की गई थी तो श्रेयस अय्यर और इशान किशन को सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद भारतीय क्रिकेट में काफी हलचल पैदा हुई थी।
उस दौरान बीसीसीआई ने खुलासा किया था कि सरफराज और ज्यूरेल को केवल तभी सेंट्रिक कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा जब वे तीन टेस्ट खेलने के मानदंड को पूरा कर लेंगे। दोनों ने राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे मैच में डेब्यू किया था, इस महीने की शुरुआत में धर्मशाला में पांचवें और अंतिम टेस्ट में खेलने के बाद वे 3 टेस्ट मैच खेलकर सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल होने का मापदंड पूरा कर लिया।
मुंबई की तरफ से घरेलू मैच खेलने वाले सरफराज ने इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों में तीन अर्धशतक लगाए, जिनमें से दो उनके पहले टेस्ट में आए। दूसरी ओर ज्यूरेल ने रांची में चौथे टेस्ट में 90 रनों की मैच विजेता पारी खेली, जिससे भारत को पहली पारी की बढ़त से उबरने में मदद मिली और भारत ने यह मैच पांच विकेट से जीता। बैटिंग के अलावा ज्यूरेल ने विकेट कीपिंग में भी अपने जौहर दिखाए।
ज्युरेल को खिलाने के पक्ष में नहीं थे रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज ख़त्म होने के बाद मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर ने बताया कि जब उन्होंने तीसरे टेस्ट मैच में ध्रुव ज्युरेल को खिलाने के लिए कप्तान और कोच से बात की तो दोनों को ज्युरेल पर भरोसा नहीं था कि वह अच्छा कर पाएंगे। इसका कारण यह था ध्रुव ज्युरेल के पास बहुत कम फर्स्ट क्लास मैचों का अनुभव था। लेकिन अजित अगरकर के कहने और टीम मैनेजमेंट की मजबूरी के चलते ध्रुव ज्युरेल को टेस्ट मैच में डेब्यू करने का मौका मिला।
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मजबूरी यह थी श्रीकर भरत पहले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर नहीं पाए थे और के यल राहुल चोटिल हो गए थे इसलिए वह खेल नहीं सकते थे। इसलिए टीम इण्डिया को ध्रुव को खिलाना ही पड़ा।
सरफराज खान को उनके शानदार प्रदर्शन का मिला इनाम
वहीं सरफराज खान पिछले 3 सालों में शानदार प्रदर्शन करते आ रहे थे। उन्हें कई बार दरकिनार किया गया लेकिन अपने प्रदर्शन के बल पर उन्हें टीम इण्डिया में जगह मिली और उन्होंने शानदार प्रदर्शन कर सबको प्रभावित किया। यही कारण है कि उन्हें सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल किया गया है।