भारत ने जिस वर्ल्ड कप को 28 साल बाद जीता था उसे अब श्रीलंका के एक खेलमंत्री ने फिक्स बता दिया। यह पहली बार नहीं है कि किसी श्रीलंकन ने फ़ाइनल को मैच को फिक्स बताया है।
श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री महिंदानंद अलुथगामगे ने दावा किया है कि श्रीलंका की सीनियर क्रिकेट टीम ने जानबूझकर भारत के खिलाफ 2011 ICC क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मैच हार गयी। 2 अप्रैल, 2011 को, धोनी की टीम इंडिया ने 276 रनों का पीछा करने करते हुए श्रीलंका को छह विकेट से हरा दिया था। धोनी ने अंत में छक्का मारकर विश्व कप जिताया था।
अलुथगामगे 2010 से 2015 तक श्रीलंका के खेल मंत्री थे और अब अक्षय ऊर्जा और बिजली के लिए राज्य मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह उस समय इस साजिश का खुलासा नहीं करना चाहते थे।
अलुथगामगे ने newsfirst.lk को बताया, “2011 क्रिकेट विश्व कप फाइनल फिक्स था। मैं जो कहता हूं, मैं उसके साथ खड़ा हूं। यह तब हुआ जब मैं खेल मंत्री था, हालांकि, मैं देश की खातिर यह राज उजागर नहीं करना चाहता। 2011 में भारत के खिलाफ खेल, जिस मैच को हम जीत सकते थे, वह फिक्स था। मैं इसे एक जिम्मेदारी के साथ कहता हूं और मैं इस पर बहस के लिए आगे आ सकता हूं। जनता इससे चिंतित है। मैं इसमें क्रिकेटरों को शामिल नहीं करूंगा।”
श्रीलंका का यह लगातार दूसरा विश्व कप फाइनल था, जो वह हारे थे। चार साल पहले वेस्ट इंडीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी वह हार गए थे।
कुमार संगाकारा, जो 2011 विश्व कप में श्रीलंका टीम के कप्तान थे, ने व्यर्थ आरोप लगाने के बजाय मामले की तह तक जाना बेहतर समझा। दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने पहले ऐसे किसी भी दावे को खारिज कर दिया था।
अलुथगामगे से यह आरोप लगाने वाले दूसरे व्यक्ति हैं। उनसे पहले श्रीलंका के विश्व कप विजेता कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने 2017 में ऐसा ही महसूस किया और फ़ाइनल मैच की जांच की मांग की। इस मैच में श्रीलंका के लिए महेला जयवर्धने ने शानदार शतक बनाया था।
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रणतुंगा ने 2017 में कहा था, “मैं उस समय भारत में भी कमेंट्री कर रहा था। जब हम हार गए, तो मैं व्यथित था और मुझे संदेह था। हमें 2011 विश्व कप के फाइनल में श्रीलंका के साथ क्या हुआ, इसकी जांच करनी चाहिए। मैं अब सब कुछ प्रकट नहीं कर सकता, लेकिन एक दिन मैं करूंगा। एक जांच होनी चाहिए।”