कौन है भारत का सबसे स्थिर बल्लेबाज़ WTC में? पंत से लेकर पुजारा तक, आँकड़ों में छिपा है टेस्ट क्लास का जवाब

भारत के लिए WTC (विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप) में सर्वाधिक 50+ स्कोर

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) ने टेस्ट क्रिकेट को एक नया आयाम दिया है जहाँ अब हर रन और हर पारी का महत्व बढ़ गया है। भारत जैसी मजबूत टेस्ट टीम के लिए इस प्रतियोगिता में व्यक्तिगत प्रदर्शन भी उतना ही मायने रखता है जितना कि टीम का कुल प्रदर्शन। नीचे लिखे पैराग्राफ में नजर डालेंगे उन भारतीय बल्लेबाज़ों पर जिन्होंने WTC में सबसे ज्यादा 50+ स्कोर बनाए हैं और भारत की सफलता में अहम भूमिका निभाई है।

1. ऋषभ पंत – 19 बार (62 पारियां)

इस सूची में शीर्ष पर हैं भारत के युवा और आक्रामक विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत। 19 बार 50+ स्कोर बनाकर पंत ने यह साबित किया है कि वह मुश्किल परिस्थितियों में भी टीम को संभाल सकते हैं। ऋषभ पंत टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए एक भरोसेमंद खिलाड़ी बन गए हैं जिसपर टीम भरोसा कर सकती है कि वह फंसे हुए मैच को भी निकाल सकते हैं।

 

2. रोहित शर्मा – 17 बार (66 पारियां)

भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने WTC में बेहतरीन निरंतरता दिखाई है। तकनीकी दक्षता और धैर्य के साथ रोहित ने न केवल रन बनाए हैं बल्कि मैच की दिशा भी बदली है। उनके 17 अर्धशतक+ स्कोर इस बात का प्रमाण हैं। हालांकि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है लेकिन वह अपने टीम के लिए एक भरोसेमंद खिलाड़ी थे।

3. यशस्वी जयसवाल – 16 बार (39 पारियां)

युवा बल्लेबाज़ यशस्वी जयसवाल ने कम समय में ही खुद को साबित कर दिया है। सिर्फ 39 पारियों में 16 बार 50+ स्कोर बनाना उनकी प्रतिभा और निरंतरता का परिचय है। यह संकेत है कि भविष्य में वह भारत के टेस्ट स्तंभ बन सकते हैं।

4. चेतेश्वर पुजारा – 16 बार (62 पारियां)

टेस्ट क्रिकेट के 'दीवार' माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने अपनी भूमिका निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके संयम और तकनीकी कौशल ने भारत को कई कठिन मैचों में संभाला है।

 

5. विराट कोहली – 16 बार (79 पारियां)

पूर्व कप्तान विराट कोहली का नाम किसी भी सूची में होना सामान्य है। हालांकि WTC में उनका स्ट्राइक रेट भले ही उतना प्रभावशाली न रहा हो लेकिन 16 अर्धशतक+ स्कोर यह दर्शाते हैं कि उन्होंने टीम के लिए अहम पारियां खेली हैं।

6. रवीन्द्र जड़ेजा – 15 बार (60 पारियां)

टेस्ट में नंबर वन ऑलराउंडर खिलाड़ी रवीन्द्र जड़ेजा ने बल्ले से भी उतना ही योगदान दिया है जितना गेंद से। निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करते हुए 15 बार 50+ स्कोर बनाना उनकी बल्लेबाज़ी की गंभीरता और सुधार का संकेत है।

7. शुभमन गिल – 13 बार (62 पारियां)

भारत के युवा कप्तान शुभमन गिल ने धीरे-धीरे टेस्ट क्रिकेट में अलग पहचान बना लिए है जिससे वह वर्तमान में भारत के टेस्ट कप्तान बन गए हैं । तकनीकी रूप से सक्षम गिल का WTC में प्रदर्शन आशाजनक रहा है और वह आने वाले वर्षों में और भी बेहतर कर सकते हैं।

8. अजिंक्य रहाणे – 12 बार (49 पारियां)

टेस्ट क्रिकेट के शांत योद्धा अजिंक्य रहाणे ने जब-जब टीम को जरूरत थी बेहतरीन पारियां खेलीं। उनके 12 अर्धशतक+ स्कोर इस बात का प्रमाण हैं कि वह बड़े मौकों पर बड़े खिलाड़ी बनकर उभरे हैं।

9. केएल राहुल – 10 बार (48 पारियां)

केएल राहुल ने विभिन्न परिस्थितियों में बल्लेबाज़ी की है कभी ओपनिंग कभी मिडल ऑर्डर में। उन्होंने 10 बार 50+ स्कोर बनाकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दिया है।