Ranji Trophy 2019-20: शुभमान गिल के एक बार ऑउट और फिर नॉटआउट दिए जाने पर हुआ बवाल

रणजी ट्रॉफी इस समय काफी चर्चा में है। यह चर्चा मैच को लेकर नहीं है बल्कि एक विवाद को लेकर है और यह विवाद शुभमान गिल से सम्बंधित है। दरअसल यह विवाद अम्पायरिंग को लेकर हुआ है।

रणजी ट्रॉफी इस समय काफी चर्चा में है। यह चर्चा मैच को लेकर नहीं है बल्कि एक विवाद को लेकर है। यह विवाद शुभमान गिल से सम्बंधित है। यह विवाद अम्पायरिंग को लेकर हुआ है। आइये इस बारें में विस्तार से जानते हैं। 

यह विवाद रणजी ट्रॉफी मैच के राउंड 04 एलीट ग्रुप ए एंड बी के में दिल्ली और पंजाब के बीच मोहाली में हुई।  विवाद तब खड़ा हुआ जब पंजाब के बल्लेबाज शुभमन गिल को अंपायर ने कैच ऑउट करार दिया।

हालांकि गिल अंपायर के इस निर्णय से खुश नज़र नहीं आये उन्होंने क्रीज छोड़कर जाने से मना कर दिया। इसके बाद अंपायर ने अपना फैसला बदल दिया। 

जैसे ही अंपायर ने गिल को ऑउट देने के बाद नॉटऑउट दिया तो दिल्ली के गेंदबाजों ने गेंदबाजी करने से इनकार कर दिया। नीतीश राणा के नेतृत्व वाली दिल्ली टीम ने मैदान से जाना शुरू कर दिया।

DelhivsPunjab

कप्तान नीतीश राणा ने आरोप लगाया कि गिल ने अंपायर के साथ दुर्व्यवहार किया था। अंत में, मैच रेफरी के हस्तक्षेप के बाद खेल को फिर से शुरू किया गया।

और आखिरकार गिल को 41 गेंदों में 23 रन पर आउट किया गया। हालांकि इस बार कोई कन्फ्यूजन नहीं था। इस बार भी गिल काटबिहाइंड ऑउट हुए थे। फैसले को बदलने वाले अंपायर 43 वर्षीय पश्चिम  पाठक थे।  

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यह पहली बार नहीं है जब अंपायरिंग ने रणजी ट्रॉफी में बड़े पैमाने पर विवाद हुआ है। पिछले साल के सीजन में, सौराष्ट्र के चेतेश्वर पुजारा को ऑन-फील्ड अंपायर ने ऑउट नहीं दिया था जबकि गेंद बल्ले को छूकर विकेटकीपर के पास पहुंची थी। 

इस साल भी मुंबई और बड़ौदा के बीच राउंड 01 एलीट ग्रुप ए एंड बी मैच में यूसुफ पठान ने अंपायर के फैसले पर असंतोष जताया था।