पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को 'कैप्टन कूल' कहा जाता है इस बारें में तो लगभग सभी जानते हैं। मैच की चाहे जो स्थिति हो धोनी को हमेशा हम सभी ने विकेट के पीछे शांत देखा है। बहुत ही कम मौका होगा जब धोनी को गुस्सा करते हुए देखा गया होगा। आज हम आपको 3 ऐसे क्रिकेटिंग मैच के बारें में बात करेंगे जब धोनी ने अपना आपा खो दिया और सबने धोनी का रूद्र रूप देखा।
1- अम्पायर से बहस (IPL 2019)
धोनी का आपा खोने का सबसे ताजा मामला पिछले साल IPL के दौरान आया है। बात तब की है जब आईपीएल के 25वें मैच में CSK की टीम राजस्थान रॉयल्स के सामने लक्ष्य का पीछा कर रही थी। मैच की अंतिम तीन गेंद बची थी। CSK को 8 रनों की आवश्यकता थी। बोलिंग बेन स्टोक्स कर रहे थे। स्टोक्स ने फुल टॉस फेंका जिसे तुरंत अंपायर ने नो बॉल करार दिया। बल्लेबाजों ने दो रन लिए। अंपायर ने नोबाल की कॉल को वापस ले लिया। क्रीज पर रवीन्द्र जडेजा और मिचेल सैंटनर थे।
जडेजा की अंपायर से बहस हुई। इसके बाद धोनी मैदान पर आ गए। मामला काफी गर्म हो गया। हालांकि समझाने के बाद मामला शांत हुआ। सेंटनर को एक रोमांचक जीत हासिल करने के लिए अंतिम गेंद पर छक्का जड़ना पड़ा। हालांकि यह मैच CSK की जीत की बजाय धोनी के गुस्से के लिये जाना गया।
2- माइकल हसी को ऑउट होने के बाद अंपायर द्वारा बुलाये जाना (2012)
भारत 2012 में ऑस्ट्रेलिया के साथ एकदिवसीय मैच में खेल रहा था। धोनी ने उस समय अपना आपा खो दिया जब सुरेश रैना की गेंद पर स्टंप आउट होने के बाद माइकल हसी को वापस बुला लिया गया।
पहले टीवी अंपायर ने हसी को आउट दे दिया गया। हसी वापस पवेलियन में जा रहे थे लेकिन उन्हें ऑन-फील्ड अंपायरों ने वापस बुला लिया और यह चीज़ भारतीय कप्तान धोनी को गुस्सा दिला दिया। हालाँकि धोनी की असहमति जताने बाद भी हसी ने खेलना जारी रखा। लेकिन उस समय पूरी दुनिया ने देखा कि धोनी भी मैदान पर गुस्सा कर सकते हैं।
3- दीपक चाहर को लताड़ लगाना
किंग्स इलेवन पंजाब को अंतिम दो ओवरों में 39 रनों की जरूरत थी और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए दीपक चाहर गेंदबाज़ी कर रहे थे। हालाँकि, उन्होंने लगातार दो बार कमर तक की दो नो बॉल फेंकी, जिससे पंजाब को आसानी से रन बनाने के मौके मिले।
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पहली गेंद को बाउंड्री पर भेजा गया। अगली गेंद पर फिर से रन बने। इस तरह से बिना कोई लीगल गेंद हुए 8 रन बन गए। तब धोनी दीपक चाहर पर भड़क गए। इसके बाद धोनी चाहर के पास गए और उन्हें समझाया। इसके बाद चाहर ने अगली 6 गेंदों में सिर्फ पांच रन दिए और यहां तक कि डेविड मिलर का विकेट भी ले लिया।