शुभमन गिल वर्तमान समय के क्रिकेट में सबसे बेहतरीन युवा बल्लेबाजों में से खुद को निखारा है। वनडे इंटरनेशनल (ODI) में उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन ने उन्हें इस प्रारूप के इतिहास के कुछ महानतम बल्लेबाजों से आगे निकलकर बेहतरीन वर्ग में शामिल कर दिया है। जिससे वह अपने करियर के इस पड़ाव पर सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं, जो हाशिम अमला, इमाम-उल-हक, फखर जमान और शाई होप जैसे दिग्गजों से आगे हैं।
गिल का रिकॉर्ड सिर्फ़ रनों की संख्या तक ही सीमित नहीं है। जो चीज़ उन्हें सबसे अलग बनाती है, वह है उनकी अविश्वसनीय निरंतरता और आक्रामक शैली। कम से कम 50 वनडे पारियों में बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ियों में, वह एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 50 से ऊपर की औसत बनाए रखे है, जबकि उनका स्ट्राइक रेट भी 100 से अधिक है। 50 वनडे पारियों के बाद, गिल ने 60+ एवरेज के साथ 2,587 रन बनाए हैं। यह अनोखा प्रदर्शन उन्हें आधुनिक वनडे क्रिकेट में एक असामान्य खिलाड़ी बनाता है, जहाँ खिलाड़ियों को अक्सर आक्रामकता और स्थिरता के बीच संतुलन बनाना पड़ता है।
50 वनडे पारियों के बाद अन्य शीर्ष बल्लेबाजों के साथ उनके रिकॉर्ड की तुलना:
1.शुभमन गिल - 2,587 रन
शुभमन गिल ने हाशिम अमला का रिकॉर्ड तोड़ा है,शुभमन गिल वनडे में 50 पारी में 2500+ रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए है। शुभमन गिल ने 60+ की औसत से और 102 स्ट्राइक रेट से 2587 रन बनाए हैं। 50 वनडे पारी में इन्होंने 7 शतक मारे हैं।
2.हाशिम अमला - 2,486 रन
साउथ अफ्रीका के बेहतरीन ओपनर बल्लेबाज हाशिम अमला वनडे में 50 पारी में 2486 रन बनाए थे।
3.इमाम-उल-हक - 2,386 रन
पाकिस्तान के बल्लेबाज इमाम अल हक ने वनडे में 50 पारी में 2386 रन बनाए थे।
4.फखर जमान - 2,262 रन
पाकिस्तान के विस्फोटक बल्लेबाज फखर जमान ने वनडे में 50 पारी में 2
262 रन बनाए थे।
5.शाई होप - 2,247 रन
वेस्टइंडीज वनडे टीम के कप्तान शाई होप ने 50 पारी 2247 रन बनाए थे।
हाशिम अमला अपने क्लासिकल दृष्टिकोण के लिए जाने जाते थे और इमाम-उल-हक पाकिस्तान के लिए एक स्थिर एंकर रहे हैं, गिल अपनी बल्लेबाजी में स्थिरता और स्वभाव दोनों को मिलाने में कामयाब रहे हैं। ठोस औसत बनाए रखते हुए, ज़रूरत पड़ने पर तेज़ी से रन बनाने की उनकी क्षमता उन्हें आधुनिक खेल में एक बेहतरीन खिलाड़ी बनाता है।
भारतीय क्रिकेट का भविष्य
सिर्फ 24 साल की उम्र में गिल ने खुद को भारत के भविष्य के बल्लेबाज के रूप में साबित कर दिया है। तेज और स्पिन दोनों पर हावी होने की उनकी क्षमता, साथ ही निडर मानसिकता, उन्हें दुनिया भर के गेंदबाजों के लिए एक बुरा सपना बनाती है। चाहे लक्ष्य का पीछा करना हो या कोई लक्ष्य निर्धारित करना हो, उन्होंने अपनी उम्र से कहीं ज़्यादा परिपक्वता दिखाई है।