नई दिल्ली: कई इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फ्रेंचाइजी के मालिक BCCI से नाख़ुश चल रहे हैं। इसका कारण यह है कि BCCI ने IPL टीमों को ऑफ़ सीजन में विदेशों में जाकर प्रमोशन नहीं करने दे रहा है। BCCI ने आईपीएल टीमों के इस सुझाव पर विचार करने से ही मना कर दिया है।
यही कारण है कि आईपीएल टीम मालिक BCCI से नाख़ुश हैं। टीम मालिकों का मानना है कि यह कदम BCCI और फ्रेंचाइज़ी टीमों दोनों के लिए फायदे का का सौदा हो सकता है।
2008 में आईपीएल शुरू हुआ। अब तक आईपीएल के कुल 12 सीजन हो चुके हैं। इस दौरान यह भारत में आयोजित होने के अलावा साउथ अफ्रीका और दुबई में खेला जा चुका है। आईपीएल पूरी दुनिया में इतना मशहूर हो चुका है कि यह दुनिया की तीसरी सबसे महंगी लीग बन गयी है।
यही कारण है आईपीएल टीम के मालिक चाहते हैं वह अपनी टीम का प्रचार विदेशों में भी करें। लेकिन BCCI जब भारतीय खिलाड़ियों को अन्य विदेशी लीग में खेलने की इजाजत नहीं देती है तो आईपीएल टीम को बाहर ऑफ़ सीजन में जाने कैसे खेलने देगी?
हालांकि, बास्केटबॉल लीग NBA और विदेशी फुटबॉल लीग की कई बड़ी टीमें सीजन शुरू होने से पहले विदेशों का दौरा करते हैं और टीम का प्रमोशन करते हैं। इससे उनका फायदा होता ही है साथ ही साथ लीग को आयोजित करने वाली संस्था को शोहरत और पैसा मिलता है।
वहीं अगर आईपीएल की बात की जाए तो यहाँ ऐसा नहीं होता है। टीमें भारत के अंदर ही रहती हैं। यहीं पर ही प्रैक्टिस करती हैं। BCCI आईपीएल को प्रमोट करने का उतना प्रयास भी नहीं करती हैं। इसका यह भी कारण हो सकता है कि BCCI विश्व क्रिकेट की सबसे अमीर संस्था है और वह प्रमोशन पर ज्यादा पैसे खर्चा नहीं करना चाहती है।
आपको बता दें कि मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राजस्थान रॉयल्स ने ऑफ सीजन के दौरान विदेश में खेलने में दिलचस्पी दिखाई थी। BCCI ने आधिकारिक तौर पर इसे मानने से इंकार कर दिया। BCCI ने इस प्रस्ताव पर विचार करने से ही मना कर दिया।
एक फ्रेंचाइजी मालिक ने कहा, “यह केवल भारत के बाहर, विशेष रूप से अमेरिका, कनाडा, सिंगापुर और अन्य गैर-क्रिकेट देशों में आईपीएल को बढ़ने में मदद करेगा। हम समझ सकते हैं कि पूर्ण सदस्य देशों में खेलना संभव नहीं है।"
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व्यापार योजना को आगे बढ़ाने और फ्रेंचाइजी को अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड बनने में मदद करने के लिए BCCI के इस मामलें पर विचार न करने से कई टीम मालिक नाराज हैं।

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