भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका में अब तक टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। भारत ने वहां पहला टेस्ट मैच सन्न 2006 में जीता। इसके 4 साल भारत ने वहाँ 2010 में दूसरा टेस्ट मैच जीता। भारतीय टीम के साउथ अफ्रीका में जीते गए पहले दो टेस्ट मैचों में VVS लक्षमण और जहीर खान का अहम् योगदान रहा।
इन दोनों के 8वें विकेट की साझेदारी की वजह से भारत ने अपने पहले 2 टेस्ट मैच साउथ अफ्रीका में जीते। चौकाने वाली यह है कि इस साझेदारी में समान रन बने थे। 8वें विकेट के लिए जितने रनों की साझेदारी 2006 में लक्षमण और जहीर खान के बीच में हुई थी उतने ही रनों की साझेदारी 2010 में भी हुई जिसकी वजह से भारत ने दोनों टेस्ट मैच जीते।
दरअसल लक्ष्मण और जहीर खान के बीच 8वें विकेट के लिए 70 रनों की साझेदारी 2008 में हुई थी। 4 साल बाद फिर दोनों के बीच 70 रनों की साझेदारी हुई जिसकी वजह से भारत ने टेस्ट मैच जीता। इस तरह से साउथ अफ्रीका में भारत के पहले दो टेस्ट मैच विजय में लक्षमण और जहीर खान का बहुत बड़ा योगदान रहा। इन दोनों की साझेदारी की वजह से भारत यह मैच जीत पाया।
2006 में हुए मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 279 रन बनायें। इसके बाद साउथ अफ्रीका पहली पारी में सिर्फ 85 रन ही बना सकी। जिसकी वजह से साउथ अफ्रीका को फालो ऑन खेलना पड़ा। दूसरी पारी में फालो ऑन खेलते हुए साउथ अफ्रीका ने 278 रन बनाये। इस मैच की दूसरी पारी में लक्षमण के 73 और जहीर खान के 37 रन की वजह से भारत यह मैच जीत पाया।
भारत ने इस सीरीज में 1–0 की बढ़त पहला मैच जीतकर हासिल कर लिया था लेकिन अगले दो मैच हार कर यह सीरीज हार गयी।
2010 में सीरीज के दूसरे मैच में साउथ अफ्रीका में अपनी दूसरी टेस्ट जीत अर्जित की। इस मैच के हीरो लक्ष्मण और जहीर खान रहे। दूसरी पारी में जहाँ लक्षमण ने 96 रन बनायें तो वहीं जहीर खान ने भी 27 रनो की बहुमूल्य पारी खेली।
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सचिन तेंदुलकर और वॉ ब्रदर्स के बीच संयोग
स्टीव वॉ ने सचिन तेंदुलकर को 3 बार वनडे में आउट किया और उनके भाई मार्क वॉ ने सचिन को 2 बार ऑउट किया है।
जबकि दूसरी तरफ सचिन ने भी स्टीव वॉ को 3 बार और मार्क वॉ को 2 बार वनडे में आउट किया है। इस तरह से सचिन ने दोनों भाइयों से बदला लिया।