चेन्नई का किला जहां बड़े बड़े दिग्गज कप्तान कुछ न कर पाए वहां युवा कप्तानों ने दिया मुंह तोड़ जवाब

सुरेश रैना की कमी खली: CSK 180+ रन चेज में फिर फेल

सालों से चेन्नई में एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम जिसे अब चेपॉक के नाम से जाना जाता है- चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए यहां मैच न हारने का रिकॉर्ड कायम था। एक ऐसा मैदान जहाँ विरोधी अक्सर लड़खड़ाते थे और जहाँ चेन्नई की सेना की दहाड़ CSK को बार-बार जीत दिलाती थी। लेकिन 2025 में इस किला पर युवा कप्तानों ने अपना शासन चलाया।

RCB के खिलाफ 17 साल का सिलसिला खत्म

17 साल में पहली बार, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर चेपॉक में चेन्नई को उसके घर में घुस कर उसे हराया है चेन्नई में लंबे समय से संघर्ष कर रही RCB टीम ने आखिरकार RCB का तिरंगा लहरा दिया। यह सिर्फ़ चेन्नई की हार नहीं थी। यह उसके घर में घुस कर चेन्नई को मुंह तोड़ जवाब था। इस मैच के हीरो कप्तान रजत पाटीदार थे। जिन्होंने 32 गेंदों 51 रन बनाए थे जिसमें 4 चौके और 3 छक्के शामिल थे। RCB ने पहले बैटिंग करते हुए 196 का लक्ष्य चेन्नई को दिया।

लक्ष्य पीछा करने उतरी CSK की टीम ने 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 148 रन ही बना सकी।

दिल्ली ने 15 साल का सूखा तोड़ा CSK को दिया मुंह तोड़ जवाब 

जैसे RCB से हार के बाद CSK को सबक नहीं मिला इसलिए उसने एक और मैच दिल्ली कैपिटल्स से हार गई। दिल्ली कैपिटल्स जिसने 15 साल से चेपॉक में जीत का स्वाद नहीं चखा था आखिरकार अपना सूखा खत्म कर दिया। ऐसा करके वे इस सीजन में CSK को उसके घरेलू मैदान पर चुनौती देने वाली दूसरी टीम बन गई और जितने में सफल रही। यह एक आश्चर्य करने वाला दृश्य था प्रशंसक चुप हो गए, और विरोधी जीत के उत्साह के साथ चले गए।

सुरेश रैना के जाने के बाद CSK 180+ स्कोर देखते ही लड़खड़ा जाती है।

चेन्नई सुपर किंग्स ने सुरेश रैना की प्लेइंग इलेवन में मौजूदगी में 9 बार 180+ के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया है, लेकिन उनके बिना कभी यह उपलब्धि हासिल नहीं की। यह आंकड़ा CSK की बल्लेबाजी की मजबूती और उच्च दबाव वाले रन चेज में रैना की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। सुरेश रैना CSK के लिए के लिए एक बेहतरीन ओपनर बल्लेबाज थे जो टीम को एक अच्छी शुरुआत देते थे जिससे टीम को लक्ष्य का पीछा करने में सफलता प्राप्त होती थी।

CSK टीम से ज्यादा तो एक प्लेयर पावरप्ले में छक्के लगाए

 मिशेल मार्श और अजिंक्य रहाणे ने 7-7 छक्के लगाकर इस सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया है,ट्रैविस हेड ने 6 छक्के लगाए हैं, जबकि शुभमन गिल ने 5 छक्के लगाए हैं। फिल साल्ट, साई सुदर्शन, नितीश राणा और निकोलस पूरन भी 4-4 छक्के लगाकर पीछे नहीं हैं। राजस्थान रॉयल्स के संजू सैमसन ने 3 बार और सीएसके की टीम ने मिलकर सिर्फ 3 छक्के लगा पाए हैं। जो एक निराशाजनक प्रदर्शन रहा है। एक ऐसी टीम जिसने 5 ट्रॉफी जीती हो और ऐसा प्रदर्शन करे तो प्रशंसक को बुरा लगता है।

आगे देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह सिलसिला जारी रहेगा यह फिर CSK टीम अपने शानदार फॉर्म में वापसी करेंगे।