मोहम्मद शमी 2. 0
टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए संहारक के रूप में उभरे मोहम्मद शमी ने ICC क्रिकेट विश्व कप 2019 से पहले भारतीय टीम के लिए केवल 16 एकदिवसीय मैच खेले थे। इन मैचों में उन्होंने 30 से थोड़ी अधिक औसतन 26 विकेट लेने में कामयाबी हासिल की थी।
निर्विवाद रूप से शमी ICC क्रिकेट विश्व कप 2015 में भारत के पेस अटैक के प्रमुख गेंदबाज़ थे और उस टूर्नामेंट में भारत के सेमीफाइनल से बाहर होने, चोटों और ख़राब फॉर्म ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया था।
भारतीय टीम में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस साल की शुरुआत में नंबर 1 गेंदबाज़ रहे। लेकिन जैसे-जैसे साल ख़त्म हो रहा है ऐसा लग रहा है मोहम्मद शमी ने जसप्रीत बुमराह से भी अच्छी गेंदबाज़ी की है। इस समय बुमराह चोट से उबर रहें हैं।
मोहम्मद शमी के करियर में सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट 2018 में आया। शमी अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच के लिए अनिवार्य फिटनेस यो-यो टेस्ट को क्लियर करने में असफल रहे और तब उन्होंने फैसला किया कि वह अंतर्राष्ट्रीय करियर को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए उनकी जीवनशैली में सुधार करेंगे।
इस यात्रा में शमी अकेले नहीं थे। उन्होंने यह शपथ फिटनेस ट्रेनर शंकर बासु के साथ ली और साथ में शमी 2.0 का मिशन शुरू किया। और शमी 2.0 ने अपनी बेहतर फिटनेस के साथ शुरुआत की। दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ हाल ही में संपन्न टेस्ट सीरीज में शमी की सफलता के पीछे उनका सुधार और फिटनेस स्तर बढ़ा था।
टेस्ट मैच क्रिकेट में उनके शानदार प्रदर्शन भारत की गेंदबाज़ी बहुत मजबूत लग रही है।
बीवी के साथ विवाद
शमी का प्रदर्शन उस समय सबसे ज्यादा ख़राब हो गया था जब उनका उनकी बीवी के साथ विवाद चल रहा था। उस साल शमी आईपीएल में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। हालंकि शमी को BCCI और अन्य खिलाडियों का भरपूर साथ मिला। यही कारण है कि शमी आज अपने करियर में अच्छा कर रहें हैं।
भारतीय टेस्ट टीम की गेंदबाज़ी इस समय उमेश यादव, ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी के साथ बहुत अच्छी लग रही है। शमी शानदार स्विंग कराने की जिम्मेदारी लेते हैं, वहीं ईशांत शर्मा और उमेश यादव नई गेंद से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को उम्मीद होगी कि शमी 2.0 लगातार आगे बढ़े और अपना नाम हमेशा के लिए क्रिकेट प्रशंसकों की यादों में संजोकर रख दे।