नई दिल्ली: हर जगह नेपोटिज्म को लेकर चर्चा चल रही है। नेपोटिज्म सबसे ज्यादा राजनीति और फिल्म इंडस्ट्री में देखा जाता है। लेकिन वेस्ट के एक पिता पुत्र खेल में यह नेपोटिज्म बहुत अच्छी तरह से अंजाम दे रहे हैं। खेल में अक्सर देखा जाता है कि एक ही परिवार के वंशज साथ में खेले। लेकिन ऐसा शिवनारायण चंद्रपाल के साथ हुआ। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला-
शिवनारायण चंद्रपॉल के बेटे तेगनारायण चंद्रपॉल अपने पिता के नक्शेकदम पर चल रहे हैं। चंद्रपाल अपनी बल्लेबाज़ी की वजह से वेस्टइंडीज के सबसे महान बल्लेबाज़ों में से एक गिने जाते हैं। यही चीज़ अब उनके बेटे में भी नज़र आ रही है।
पूरे दिन की बल्लेबाजी
दरअसल वेस्टइंडीज चैंपियनशिप टूर्नामेंट के एक मैच में शिवनारायण चंद्रपाल के बेटे तेगनारायण ने चार दिवसीय मैच में पूरे दिन बल्लेबाज़ी की। यही चीज़ क्रिकेट बिरादरी में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग जूनियर चंद्रपॉल की तुलना उनके पिता से कर रहें हैं।
क्रीज पर अपनी बल्लेबाज़ी के दौरान, तेगनारायण ने 274 गेंदों का सामना किया और 66 रन बनाए। उनकी इस बल्लेबाज़ी की वजह उनकी टीम गुयाना दिन के खेल के अंत तक कुल 209/8 तक पहुंच पायी।
शिवनारायण के बेटे की उम्र इस समय मात्र 23 साल है। शिवनारायण चंद्रपॉल ने वेस्टइंडीज के लिए 268 वन-डे इंटरनेशनल और 164 टेस्ट मैच खेले और वेस्टइंडीज के लिए कुछ टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैच भी खेले। उनका कैरियर 1994 में शुरू और 2011 में उन्होंने क्रिकेट से सन्यास लिया। इस दौरान उन्होंने लगभग 20,000 से ज्यादा रन बनाए।
पिता-पुत्र साथ में कर चुके हैं बल्लेबाजी
पिता और पुत्र दोनों एक बेहतरीन बॉन्डिंग शेयर करते हैं। आज कुछ साल पहले 2013 में एक प्रथम श्रेणी मैच में पिता-पुत्र एक साथ खेले थे। जिसमें उन्होंने एक साथ बल्लेबाजी की। 2017 में एक मैच में दोनों ने फिर साथ खेला और दोनों ने अर्धशतक जमाया। क्रिकेट इतिहास में ऐसा करने वाले पिता-पुत्र की यह पहली जोड़ी बनी।
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शिवनारायण चंद्रपॉल के बेटे का पूरा नाम तेगनारायण ब्रैंडन चंद्रपॉल हैं। वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में गुयाना के लिए खेलते हैं। वह बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज हैं। उन्होंने 9 फरवरी 2013 को प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया।
तेगनारायण चंद्रपाल के बेटे का जन्म 31 May 1996 को हुआ था।